राजस्थान के जालोर में गर्मी का कहर, आम लोग और मजदूरों के लिए भी एडवाइजरी जारी, जरूर पढ़ें

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Rajasthan Jalore Heat Wave: राजस्थान के जालोर जिले में लगातार गर्मी का सितम जारी है. बढ़ती गर्मी और तापमान को देखते हुए आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा आमजन के बचाव और राहत के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’ के संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है. अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश मेवाड़ा ने बताया कि गर्मी और ताप की लहर की स्थिति को देखते हुए यह एडवाइजरी जारी की गई है. 

लू के प्रभाव से खुद को सुरक्षित रखने के लिए नागरिकों को सुझाए गए उपायों का पालन करना चाहिए. सबसे पहले, मौसम से जुड़ी जानकारी के लिए टीवी, रेडियो, समाचार पत्र या मोबाइल एप्स के माध्यम से अपडेट रहें. शरीर को हाइड्रेटेड बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर के बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड), नींबू पानी तथा छाछ जैसे घरेलू पेय पदार्थों का सेवन करें.

हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें. अगर  बाहर जाएं तो सिर को ढकें, कपड़े, टोपी या छतरी का उपयोग करें. आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा पहनें और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनक्रीन लगाएं. प्राथमिक चिकित्सा में प्रशिक्षण लें.

गर्मी में श्रमिकों-पशुओं की सुरक्षा पर ज़ोर

नियोक्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कार्यस्थल पर सभी श्रमिकों के लिए ठंडे पेयजल की उपलब्धता हो, साथ ही सभी श्रमिकों के लिए आराम के लिए छाया, साफ पानी, छाछ, आइस पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और ओआरएस की व्यवस्था करनी चाहिए.श्रमिकों से सीधी धूप से बचने को कहा जाए और कठिन कार्यों को दिन के कम ताप वाले समय में किया जाए.  

बाहरी गतिविधियों के दौरान विश्राम करने की आवृत्ति और सीमा समय बढ़ाई जाए. श्रमिकों को लू से संबंधित चेतावनी के बारे में सूचित किया जाए और गर्मी वाले क्षेत्र में नए श्रमिकों को हल्का काम और कम घंटों का काम दिया जाए.

मानव जीवन के साथ-साथ पशुओं की देखभाल भी उतनी ही आवश्यक है. पशुओं को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें. मवेशियों से सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच काम न लें. शेड की छत को पुआल से ढक दें, तापमान कम करने के लिए इसे सफेद रंग या चूने से रंग दें या गोबर से लीप दें. लेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फॉमर्स का प्रयोग करें.

अत्यधिक गर्मी के दौरान पानी का छिड़काव करें और मवेशियों को ठंडा करने के लिए जल निकाय पर ले जाएं. पशुओं को हरी घास, प्रोटीन-वसा बाईपास पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें और कम गर्मी वाले घंटों के दौरान उन्हें चरने दें.

भीषण गर्मी में बरतें ये सावधानियां

नया घर बनाते समय कुछ विशेष सावधानियाँ बरतनी चाहिए, ताकि घर ठंडा और आरामदायक रहे. नियमित दीवारों की बजाए कैविटी तकनीक का उपयोग करें. घर को ठंडा रखने के लिए चौड़ी दीवारें बनवाएं, अधिकतम वायु प्रवाह कर गर्मी को अवरुद्ध करने के लिए जालीदार दीवारें और लोब वाले उद्घाटनों का निर्माण करें.

दीवारों को रंगने के लिए प्राकृतिक सामग्री जैसे चूने या मिट्टी का उपयोग करें. यदि संभव हो तो कांच के इस्तेमाल से बचें और निर्माण करने से पहले बिल्डिंग टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ से सलाह लें

अपनी और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कुछ और सावधानियाँ बरतनी चाहिए. बंद वाहन में बच्चों या पालतू जानवरों को कभी अकेला न छोड़ें, पंखे और नम कपड़े का प्रयोग करें, ठंडे पानी में स्नान करें, भूमंडलीय ऊष्मीकरण और गर्मी को कम करने में मदद के लिए सार्वजनिक परिवहन और कार पूलिंग का उपयोग करें, पेड़ लगाएं और सूखी पत्तियों, कृषि अवशेषों और कचरे को न जलाएं, जल स्त्रोतों का संरक्षण करें और वर्षा के जल को संचयित करें, ऊर्जा कुशल उपकरणों, स्वच्छ ईंधन और ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों का उपयोग करें, चक्कर आने और अस्वस्थ महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.

लू लगे तो क्या करें?

लू से प्रभावित व्यक्ति के शरीर के तापमान को कम करने के लिए सबसे पहले पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करें या पानी डालें, व्यक्ति को ओआरएस या नींबू, शरबत या जो कुछ भी शरीर को पुनः सक्रिय करने के लिए उपयोगी हो वह पीने के लिए दें, व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं, यदि लगातार उच्च तापमान बना रहता है और सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, मतली या भटकाव आदि के लक्षण स्पष्ट महसूस हो तो ऐसी स्थिति में टोल फ्री नंबर 112 या 108 पर कॉल करें. 

गर्मी में कुछ कामों से बचना चाहिए, ताकि स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े. धूप में बाहर जाने से बचें (खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच), दोपहर में बाहर भारी कामों से बचें, नंगे पांव बाहर न जाएं, दिन के सबसे गर्म समय के दौरान खाना पकाने से बचें, खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें, शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें, अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासा भोजन न करें. पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें, ऐसे बल्बों का उपयोग करने से बचें जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते हैं.

एचएल भाटी की रिपोर्ट

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