
नाबालिग को ‘प्रेम’ के नाम पर अगवा कर ले गया युवक, क्राइम ब्रांच की हाई वोल्टेज ऑपरेशन के बाद लड़की
Delhi Crime: दिल्ली की एक 15 साल की नाबालिग लड़की को प्यार का झांसा देकर अगवा किया गया, और उसे चार हफ्तों तक एक अनजान शहर में छिपाकर रखा गया. यह कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के रियल ऑपरेशन की सच्ची कहानी है, जिसमें दिल दहलाने वाली प्लानिंग, हाईटेक टेक्नोलॉजी और इंस्पेक्टर वीरेंद्र की टीम की 22 घंटे की जानलेवा मेहनत शामिल है.
31 मार्च 2025 वो दिन जब लड़की अचानक घर से लापता हो गई. परिवार ने आस-पड़ोस में खोजबीन की, मगर कोई सुराग नहीं मिला. आखिरकार 1 अप्रैल को शालीमार बाग थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. लेकिन पुलिस को शुरू से शक था यह सिर्फ भागने का मामला नहीं, इसके पीछे कुछ और है.
प्यार, प्लान और पर्दे के पीछे की साजिश
जांच में सामने आया कि लड़की का पड़ोस के ही एक युवक से प्रेम संबंध था. लेकिन जब कॉल डिटेल्स खंगाली गईं, तो मामला गहराता चला गया. 35 से अधिक मोबाइल नंबरों की CDR रिपोर्ट खंगालते हुए, दिल्ली पुलिस की AHTU टीम को यह समझ आ गया कि आरोपी बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा है मानो कोई प्रोफेशनल अपराधी हो.
22 घंटे, 2 जिले, और पल-पल की साजिश का पीछा
इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल अनुज और महिला कांस्टेबल सुकन्या ने बिना रुके 22 घंटे तक पन्ना और सतना जिलों की गलियों, होटलों और किराए के कमरों में छापेमारी की. GPS ट्रैकिंग, मोबाइल सर्विलांस, गुप्त मुखबिरों और सूझबूझ से पुलिस आखिरकार सतना के थाना कोलगवा इलाके तक पहुंची.
दरवाज़ा खुला, और सब कुछ बदल गया
एक पुराने से किराए के कमरे के भीतर, नाबालिग लड़की सदमे की हालत में मिली. आरोपी को वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया. लड़की की हालत स्थिर है और उसे मेडिकल जांच के बाद परिवार को सौंपा जाएगा.
क्या ये सिर्फ प्रेम प्रसंग था, या कोई बड़ी रैकेट ?
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यह महज एक प्रेम-प्रसंग था या इसके पीछे मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध की योजना थी. डिजिटल सबूतों की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी गई है, और हो सकता है जल्द ही इस केस से जुड़े और चेहरों का पर्दाफाश हो.