दिल्ली मेट्रो ने पिंक लाइन पर दी देश के बहादुरों को सलामी, PVC हीरोज की शानदार आर्ट गैलरी तैयार

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DMRC News: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने देश के उन जांबाज सैनिकों को सम्मान देने का शानदार तरीका निकाला है, जिन्हें भारत का सबसे बड़ा सैन्य सम्मान ‘परमवीर चक्र’ (PVC) मिला. पिंक लाइन के सर एम. विश्वेश्वरैया मोती बाग मेट्रो स्टेशन की एक पूरी प्लेटफॉर्म दीवार को इन बहादुरों की याद में सजा दिया गया है. अब मेट्रो से सफर करने वाले लोग इन नायकों की कहानियां और उनकी वीरता को करीब से देख सकेंगे.

जानें परमवीर चक्र किन्हें दिया जाता है?
परमवीर चक्र यानी ‘सबसे बड़ा बहादुरी का पहिया. ये देश का सबसे ऊंचा सैन्य सम्मान है, जो दुश्मन के सामने गजब की हिम्मत दिखाने वाले सैनिकों को दिया जाता है. चाहे कोई सैनिक किसी भी रैंक या सेना की शाखा से हो, ये सम्मान सिर्फ साहस के लिए है. अब तक 21 बार ये अवॉर्ड दिया जा चुका है, जिसमें से 14 बार ये शहीदों को मरणोपरांत मिला. 

क्या खास है इस आर्ट गैलरी में?
DMRC ने मोती बाग स्टेशन की दीवारों को एक खूबसूरत गैलरी में बदल दिया. यहां परमवीर चक्र पाने वाले हर नायक की तस्वीर लगाई गई है. ये तस्वीरें इतनी जीवंत हैं कि लगता है मानो वो सामने खड़े हों. हर तस्वीर के साथ उनकी छोटी-सी कहानी भी लिखी है, ताकि लोग जान सकें कि इन्होंने देश के लिए क्या-क्या किया. ये आर्टवर्क कई टैलेंटेड आर्टिस्ट्स ने मिलकर बनाया है, जो इन सैनिकों की बहादुरी और जज्बे को दिखाता है. 

क्यों किया गया ये काम?
DMRC का कहना है कि ये सिर्फ एक दीवार नहीं, बल्कि देश के लिए जान देने वालों को सच्ची श्रद्धांजलि है. मेट्रो में हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं, और DMRC चाहता है कि वो यहाँ रुकें, इन नायकों को याद करें और उनकी बहादुरी से प्रेरणा लें. ये गैलरी देशभक्ति, बलिदान और हिम्मत की मिसाल है, जो हमें बताती है कि हमारा देश इन जांबाजों की वजह से ही सुरक्षित है.

मेट्रो बना रही इतिहास से कनेक्शन
DMRC के प्रिंसिपल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस) अनुज दयाल ने कहा, ‘हम हमेशा अपने सैनिकों की बहादुरी को सलाम करने की कोशिश करते हैं. ये नई आर्ट गैलरी उसी का हिस्सा है. हम चाहते हैं कि मेट्रो से गुजरने वाला हर शख्स इन नायकों को याद करे और गर्व महसूस करे.
 
दिल्ली मेट्रो ने इस गैलरी के जरिए एक ऐसा स्पेस बनाया है, जो लोगों में गर्व की भावना जगाएगा. ये दिखाता है कि मेट्रो सिर्फ सफर का जरिया नहीं, बल्कि देश की संस्कृति और इतिहास को भी जोड़ने का मंच बन सकता है. रोज़ाना की भागदौड़ में लोग यहाँ रुककर इन नायकों को याद करेंगे और उनके बलिदान को समझेंगे. 

पहले भी किए हैं ऐसे काम
DMRC पहले से ही सेना के सम्मान में कई कदम उठाती रही है. कुछ मेट्रो स्टेशनों के नाम वीर सैनिकों के नाम पर रखे गए हैं, जैसे:  
– मेजर मोहित शर्मा राजेंद्र नगर स्टेशन 
– अर्जन गढ़ स्टेशन
– ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेशन

इसके अलावा, राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर ‘वीरता और विकास’ नाम की एक खास प्रदर्शनी भी है. ये प्रदर्शनी भारतीय सेना के उन सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने देश की शान और आजादी के लिए अपनी जान दी.

क्या खास है मोती बाग स्टेशन में?
पिंक लाइन पर मोती बाग स्टेशन अब सिर्फ एक स्टॉप नहीं, बल्कि देशभक्ति का प्रतीक बन गया है. यहाँ की दीवारें आपको 21 परमवीर चक्र विजेताओं की कहानियां सुनाएंगी. मसलन, आप मेजर सोमनाथ शर्मा, लांस नायक करम सिंह, कैप्टन विक्रम बत्रा जैसे नायकों के बारे में जान सकेंगे, जिन्होंने जंग में अपनी जान की परवाह न करते हुए देश को बचाया. 

अगली बार जब आप पिंक लाइन से सफर करें, तो मोती बाग स्टेशन पर जरा ठहरें. इन तस्वीरों को देखें, इनकी कहानियां पढ़ें और सोचें कि आपके लिए ये आजादी कितने बड़े बलिदानों से आई है. DMRC की ये कोशिश न सिर्फ सैनिकों को सम्मान देती है, बल्कि हमें भी याद दिलाती है कि देश की हिफाजत में कितने लोग अपनी जान गंवा देते हैं. तो चलिए, इन जांबाजों को सलाम करें और उनके जज्बे से कुछ सीखें!

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